
15 जुलाई 2024 से YouTube अपनी पॉलिसी में बड़े बदलाव करने जा रहा है, जिसमें Reused Content (रीयूज्ड कंटेंट), Copied Videos (कॉपी वीडियो), Low Effort Content (कम मेहनत वाले वीडियो) और बिना डिस्क्लेमर के (AI Videos) पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। अगर आप एक क्रिएटर हैं, तो ये नए नियम आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। आइए जानते हैं YouTube की नई नीति से किन वीडियोज़ को रिजेक्ट या डिमॉनेटाइज़ किया जा सकता है।
Reused Content (रीयूज्ड कंटेंट) – अब उदारता नहीं !
YouTube अब ऐसे कंटेंट को स्ट्राइक देगा या चैनल को डिमॉनेटाइज़ कर देगा, जिसमें दूसरे चैनल्स के वीडियो को बिना एडिट या ट्रांसफॉर्मेशन के रीयूज़ किया गया हो |TV शो, मूवी क्लिप्स, या दूसरे क्रिएटर्स के कंटेंट को बिना परमिशन के अपलोड किया गया हो। सिर्फ स्लाइडशो या स्टॉक इमेजेज़ का इस्तेमाल करके बनाए गए वीडियो।

YouTube का स्पष्टता करते वक्त सख्त नियम बनाया जाने की पुस्टि की है | अगर आपके वीडियो में “Originality” (मौलिकता) नहीं है, तो उसे (Reused Content) रीयूज्ड कंटेंट माना जाएगा और उस पर मॉनेटाइजेशन बंद हो सकता है।
Copied Videos (कॉपीड वीडियो) – सीधा स्ट्राइक या चैनल सस्पेंशन !

अगर आप किसी और क्रिएटर के वीडियो को कॉपी-पेस्ट करके अपलोड करते हैं, तो YouTube उसे कॉपीराइट स्ट्राइक देगा। Shorts के लिए भी यही नियम बिना क्रेडिट दिए दूसरों के शॉर्ट्स रीअपलोड करने पर चैनल वॉर्निंग या बैन हो सकता है।
Low Effort Content (कम मेहनत वाले वीडियो) – अब चलेगा नहीं !

YouTube अब ऐसे वीडियो को भी रिजेक्ट करेगा, जिसमें क्रिएटिविटी या वैल्यू नहीं होगी, जैसे की बिना कमेंट्री के गेमप्ले वीडियो (जहां सिर्फ गेम दिखाया जा रहा हो)। बिना एडिटिंग के लंबे लाइव स्ट्रीम्स का रीयूज्ड क्लिप्स का यूज़ किया गया हो। ऑटो-जनरेटेड वीडियो (जैसे TTS या AI से बने बिना किसी एडिटिंग के वीडियो) अब चलेगा नहीं । YouTube का मानना है कि ऐसे कंटेंट यूजर्स के लिए कोई वैल्यू नहीं रखते, इसलिए अब इन्हें प्रोमोट नहीं किया जाएगा।
AI-Generated Videos – डिस्क्लेमर अनिवार्य, वरना स्ट्राइक !

AI से बने वीडियो पर YouTube ने नए नियम बनाए हैं | अगर वीडियो में AI आवाज़, AI जेनरेटेड फेस या डीपफेक का इस्तेमाल हुआ होगा , तो “AI-Generated” लेबल लगाना अनिवार्य होगा। बिना डिस्क्लेमर के AI वीडियो अपलोड करने पर मॉनेटाइजेशन रोक लगा दी जाएँगी | या चैनल पर रिस्ट्रिक्शन लग सकता है। अगर AI का इस्तेमाल किसी व्यक्ति की आवाज़ या इमेज को मिसयूज करने के लिए किया गया है, तो वीडियो हटाया जा सकता है और इनके साथ चैनल को बैन किया जाएगा |
YouTube की नई नीति से बचने के लिए क्या करें ? कोन सी टिप्स आजमाई जाये जिससे हम बच सके |
✅ ओरिजिनल कंटेंट बनाएं – दूसरों के वीडियो कॉपी न करें।
✅ रीयूज्ड कंटेंट से बचें – अगर किसी और का कंटेंट यूज कर रहे हैं, तो उसमें अपनी क्रिएटिविटी जोड़ें।
✅ Low Effort वीडियो न बनाएं – हर वीडियो में कुछ नया और यूजफुल दें।
✅ AI वीडियो में डिस्क्लेमर लगाएं – अगर AI टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो डिस्क्लोजर जरूर दें।
नए नियम के तहत
- जल्दी आमिर बनने के झूठे दावे करने वाले वीडियो और बार-बार झूठी जानकारी फैलानेवाले चैनल का बंध किया जाएगा |
- बच्चों को टारगेट “मिसलीडिंग थुंबनेल” और “क्लिकबेट टाइटल्स” पर सख्त करवाई करेंगा |
- coppa act के तहत बच्चों से जुड़े कंटेंट पर youtube की निगरानी सख्त होगी |
- fair use वाले कंटेंट पर कॉपीराइट स्ट्राइक के खिलाफ अपील करना आसान होगा |
- ai वीडियो में लेबल अनिवार्य होगा | लाइव स्ट्रीमिंग के लिए रूल्स में बदलाव किया गया है |
YouTube अब रीयूज्ड, कॉपीड, लो एफर्ट और बिना डिस्क्लेमर वाले AI वीडियो को सख्ती से रिजेक्ट करेगा। अगर आप एक सीरियस क्रिएटर हैं, तो इन नियमों का पालन करके अपने चैनल को बचा सकते हो । आपका ओरिजिनल और हाई-क्वालिटी कंटेंट ही YouTube पर सफलता की कुंजी है !
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