भारत में NPCI और RBI द्वारा फिंगरप्रिंट के माध्यम से UPI लेनदेन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
UPI लेनदेन करते समय, पिन या OTP के बजाय आप अपने फिंगरप्रिंट से पेमेंट को ऑथेंटिकेट कर सकेंगे।
छोटे भुगतानों के लिए यह सुविधा तेज और सुरक्षित होगी।
आपके स्मार्टफोन में बायोमेट्रिक सेंसर (Fingerprint Scanner) होना चाहिए।
फिंगरप्रिंट पेमेंट PCI-DSS और RBI गाइडलाइन्स के अनुसार सुरक्षित माना जाता है।
धोखाधड़ी की संभावना कम होती है क्योंकि फिंगरप्रिंट यूनिक होता है।
2026 तक सभी प्रमुख UPI ऐप्स में इसे लॉन्च किया जा सकता है।